बाढ़ ने किया मधुमक्खी पालक का सपना चूर
पानी भरने से खराब हुए मधुमक्खी पालन के 430 डिब्बें।
शक्तिफार्म। बीते दिन हुई भारी बरसात से उफनाई बैगुल नदी के पानी से ग्राम राजनगर नदी के किनारे खेत में रखे, मधुमक्खी पालन के 430 डिब्बे खराब हो गए। जिससे मधुमक्खी पालक को काफी आर्थिक क्षति पहुंची है।
माला कॉलोनी, पीलीभीत निवासी मधुमक्खी पालक विधान मंडल पुत्र बैद्यनाथ मंडल ने कहा कि वह, 18 वर्ष से मधुमक्खी पालन का कार्य कर रहा है। 15 डिब्बें में मधुमक्खी पालने से शुरुआत की थी, जो 18 साल की कड़ी मेहनत के बाद, 430 डिब्बे बन पाई थी। मधुमक्खी पालन के लिए उसने एनबीबी दिल्ली और केवीआईसी लखनऊ से प्रशिक्षण प्राप्त किया था। बीते दिनो आई बाढ़ में सभी 430 डिब्बों में पानी भर गया, जिससे उसमें पाली गई सभी मधुमक्खी मर गई। जिससे उसे करीब 15 लाख रुपए की आर्थिक क्षति पहुंची है। मधुमक्खी पालक विधान मंडल ने सरकार से मुआवजा देने की मांग करते हुए कहा कि, वह पहले से ही लोगों का कर्जदार है। सरकार से आर्थिक मदद न मिलने पर उसे मजबूरन यह कार्य छोड़ना पड़ेगा।
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राजस्थान जाने की तैयारी में थे,विधान
शक्तिफार्म। मधुमक्खी पालक विधान मंडल ने कहा कि 14 मार्च को वह पीलीभीत के माला कालौनी से डिब्बे को, लेकर शक्तिफार्म के गांव राजनगर आए थे। 9 जुलाई को मधुमक्खी पालन के लिए, राजस्थान जाने की तैयारी में थे, लेकिन उससे पहले ही रात बाढ़ आने के कारण सभी डिब्बों में पानी भर गया और सभी मधुमक्खियां मर गई।