रंजिशन शराब के नशे में सुमन ने कर दी, लालता की निर्मम हत्या।
मालिक से शिकायत करने पर रखने लगा था रंजिश।
कोतवाली पुलिस ने किया 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा।
सितारगंज- महज 24 घंटे के भीतर लौका फॉर्म में स्थित पोल्ट्री फार्म में कार्यरत मजदूर की, की गई निर्मम हत्या का कोतवाली पुलिस ने, खुलासा करते हुए आरोपी को जेल भेजा। खुलासा करने वाले पुलिस टीम को एसपी क्राइम ने एक हजार रूपए नगद इनाम देने की घोषणा की।
घटना का अनावरण करते हुए एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के ने कहां कि लौका फॉर्म निवासी नागेंद्र सिंह ने मुर्गी फार्म पर काम करने के लिए, मुजफ्फरपुर बिहार निवासी 26 वर्षीय सुमन कुमार पुत्र लल्लन दास को रखा था, परंतु सुमन कुमार एवं एक अन्य कर्मचारी लालता प्रसाद के साथ काम को लेकर हमेशा लड़ाई झगड़ा होता रहता था। जिसकी शिकायत लालता प्रसाद द्वारा पोल्ट्री फार्म स्वामी नागेंद्र सिंह से करने पर, नागेंद्र सिंह द्वारा सुमन कुमार को काम से निकाल दिया गया था। जिसके चलते सुमन कुमार लालता प्रसाद से रंजीश रखने लगा था। 28 जुलाई की रात्रि सुमन कुमार द्वारा शराब पीकर गांव में लड़ाई झगड़ा की गई थी, जिस पर गांव के लोग सुमन कुमार को नशे के हालात में पोल्ट्री फार्म में छोड़ गए थे। दूसरे दिन वह दिन भर काम करता रहा। 23 जुलाई को जब पोल्ट्री फार्म स्वामी नागेंद्र सिंह अपने पोल्ट्री फार्म पहुंचा तो देखा कि, लालता प्रसाद का शव पड़ा हुआ है, एवं मौके से सुमन कुमार फरार है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं प्रभारी निरीक्षक के पर्यवेक्षण में, थाने स्तर से गठित पुलिस टीम द्वारा गहन छानबीन एवं जांच की गई। 30 जुलाई को गठित पुलिस टीम ने सिडकुल सितारगंज स्थित निर्माणाधीन प्लास्टिक फैक्ट्री के आगे बने, गार्ड रूम के अंदर से 28 वर्षीय सुमन कुमार पुत्र लल्लन दास निवासी मोहम्मदपुर बिहार को महज 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर, घटना में प्रयुक्त लोअर, जिस पर खून लगा हुआ है, बरामद किया। पुलिस द्वारा पूछताछ में अभियुक्त सुमन कुमार ने मृतक लालता प्रसाद द्वारा पोल्ट्री फार्म के मालिक से, बार-बार इसकी शिकायत कर उसकी नौकरी से निकाला देने के कारण, उसके साथ रंजिश रखने की बात कबूल की। इसी रंजीत के चलते लालता प्रसाद के चेहरे पर सीमेंट के पत्थर से बार-बार, वार कर उसकी हत्या करने की बात कबूल की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर उसे न्यायालय में पेश किया। खुलासा करने वाले पुलिस टीम को एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के ने एक हजार रुपए नगद इनाम देने की घोषणा की। खुलासा करने वाले पुलिस टीम में विवेचक प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र सिंह बृजवाल, वरिष्ठ उप निरीक्षक कविंद्र शर्मा, उप निरीक्षक जगदीश चंद्र तिवारी, प्रकाश चंद्र भट्ट, सुरेंद्र प्रताप सिंह, राकेश सिंह रांकली, सुरेंद्र सिंह दानू ,कांस्टेबल मनोज जोशी, राजेंद्र गोस्वामी, अशोक सिंह बोरा, जगदीश लोहनी, भारत भूषण, चंद्र प्रकाश एवं किरण कुमार मेहता शामिल थे।